
FIDE महिला शतरंज विश्व कप 2025 का फाइनल पूरी तरह भारतीय बनाम भारतीय था – दिव्या देशमुख बनाम कोनेरू हम्पी। इस ऐतिहासिक भिड़ंत में दिव्या ने जबरदस्त खेल दिखाते हुए हम्पी को 1.5-0.5 से हराकर विश्व चैंपियन का ताज पहन लिया। पहला रैपिड गेम तो ड्रॉ रहा, लेकिन दूसरे में दिव्या ने काले मोहरों के साथ खेलते हुए बाजी पलट दी – बिल्कुल जैसे कोई बॉलीवुड विलेन अचानक हीरो निकल आए।
चीन की चैंपियन को भी किया चेकमेट
सेमीफाइनल में दिव्या ने चीन की पूर्व वर्ल्ड चैंपियन झोंगयी टैन को हराकर पहले ही सबको चौंका दिया था। और अब हम्पी को हराकर उन्होंने बता दिया कि वो सिर्फ ‘उभरती हुई खिलाड़ी’ नहीं, बल्कि पूरा तूफान हैं।
बनीं ग्रैंडमास्टर + विश्व चैंपियन = डबल धमाका
इस जीत के साथ दिव्या देशमुख न केवल FIDE महिला विश्व कप विजेता बनीं, बल्कि उन्होंने कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर लिया है और सीधे ग्रैंडमास्टर का टाइटल भी हासिल कर लिया है। यानी एक ही दिन में GM और WC – जैसे बर्थडे पर केक भी मिल जाए और छुट्टी भी।
भारत की 88वीं ग्रैंडमास्टर, लेकिन पहली वर्ल्ड कप विजेता
दिव्या अब भारत की 88वीं ग्रैंडमास्टर हैं, लेकिन वो महिला विश्व कप जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं। कोनेरू हम्पी जैसी दिग्गज को हराकर यह खिताब जीतना साबित करता है कि अगला दशक दिव्या युग का हो सकता है।
सोशल मीडिया पर छाईं दिव्या
चेस बोर्ड से सोशल बोर्ड तक – दिव्या की जीत ने इंटरनेट पर धूम मचा दी है। ट्विटर, इंस्टाग्राम और X पर दिव्या को मिल रही है बधाइयों की बाढ़। कह सकते हैं, “वो सिर्फ मोहरे नहीं चलतीं, ट्रेंड भी चला देती हैं!”
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